रेजांगला की शौर्य गाथा विश्व के युद्ध इतिहास में अद्वितीय है – निर्मल यादव रेजांगला दिवस शौर्य सम्माेन समारोह का हुआ आयोजन

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गुरूग्राम- रेजांगला शहीद दिवस पर रेजांगला शहीदी समारोह समिति ने रेजांगला दिवस शौर्य सम्‍मान समारोह का आयोजन रेजांगला चौक, अंसल प्‍लाजा के पास किया।  इस कार्यक्रम का संयोजन रिटायर्ड जस्टिस निर्मल यादव ने किया। जस्टिस निर्मल यादव ने रेवाडी में भी इन शहीदों को श्रद्धांजित अर्पित की। निर्मल यादव ने कहा कि रेजांगला के वीरों ने जो आहूति दी उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है। लद्दाख की बर्फीली चोटी पर स्थित रेजांगला पोस्ट युद्ध की गौरवगाथा विश्व के युद्ध इतिहास में अद्वितीय है। इस कार्यक्रम का आयोजन  दिल्‍ली उच्‍च न्‍यायालय के अधिवक्‍ता विक्रांत यादव ने किया।

इस मौके पर गुरूग्राम जिले के रणबांकुरों व देश पर अपना सर्वस्‍य कुर्बान कर देने वाले अमर शहीदों के शौर्य को नमन किया गया। और बतौर विशेष आमंत्रित अतिथियों को शॉल देकर सम्‍मानित निर्मल यादव ने सम्‍मानित किया। इनमें एयर मार्शल डी कीलर, एयर चीफ मार्शल एस पी त्‍यागी, मेजर जनरल भानू पांडे, एयर कमांडर विजय सिंह यादव, जनरल सतवीर यादव, सूबेदार सरदार सिंह आदि शामिल थे। इन अतिथियों का स्‍वागताध्‍यता की पुनित दिवेदी, दनेश नारा, मनोज शर्मा आदि ने।

गौरतलब है कि रेजांगला पोस्‍ट पर 18 नवंबर 1962 को चीन से हुए युद्ध में जिस 13 कुमाऊं बटालियन ने 124 जवानों में से 114 जवान कुर्बान हुए और अपने प्राणों की आहूती दी आज उन्‍हें याद करने का दिन है। मगर जिस तरह हमारे वीरों ने रेजांगला पोस्‍ट पर 1300 चीनी सैनिकों को मार गिराया वह भी अदम्‍य साहस भरा पहला और आखिरी युद्ध था। इस बटालियन का प्रतिनिधित्‍व कर रहे थे मेजर शैतान सिंह।