संयुक्त राष्ट्र में पाक पीएम इमरान की स्पीच से खफा थे सऊदी के प्रिंस, अपने विमान से उतारा

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इस्लामाबादः  संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर दिये गये भाषण से नाराज सऊदी क्राउन प्रिंस ने अपना विमान बीच रास्ते से वापस बुला लिया था. इस विमान में उस वक्त इमरान खान सवार थे.
पाकिस्तान की एक साप्ताहिक मैगजीन  ‘फ्राइडे टाइम्स’ने दावा किया है कि विमान में कोई तकनीकी खराबी नहीं थी, यह मोहम्मद बिन सलमान की नाराजगी थी, जिसकी वजह से इमरान के विमान को लौटना पड़ा. हालांकि, उस समय पाकिस्तान की सरकार ने कहा था कि तकनीकी खराबी के कारण विमान बीच रास्ते से लौट गया था.
दरअसल, संयुक्त राष्ट्र महासभा में शिरकत करने के लिए अमेरिका की यात्रा से पहले इमरान सऊदी अरब गये थे. सऊदी से इमरान कर्मिशियल विमान से न्यूयॉर्क जाने वाले थे, लेकिन सऊदी प्रिंस ने उन्हें मेहमान के तौर पर अपना विशेष विमान दिया था. वह इसी विमान से संयुक्त राष्ट्र के सेशन के बाद पाकिस्तान लौट रहे थे, लेकिन इसे बीच रास्ते से ही सऊदी प्रिंस ने वापस बुला लिया था.
पत्रिका का दावा है कि सऊदी प्रिंस यूएन में इमरान की जम्मू-कश्मीर वाली स्पीच से बेहद नाराज थे, जिसके कारण उन्होंने इमरान के विमान को कनाडा से वापस बुला लिया था. इस बीच, पाकिस्तान सरकार के प्रवक्ता ने फ्राइडे टाइम्स की रिपोर्ट को खारिज करते हुए इसे सरासर गलत बताया है.
कश्मीर पर इमरान हताश, तीसरी बार जा रहे चीन
जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर दुनिया भर में प्रोपेगैंडा फैलाने में जुटे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान मंगलवार को चीन जा रहे हैं. बीते एक साल में यह तीसरा मौका है, जब वह चीन के दौरे पर होंगे. इस दौरान वह जम्मू-कश्मीर, चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा समेत कई मुद्दों पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बात करेंगे.
इमरान का यह दौरा शी की अगले हफ्ते प्रस्ताेवित भारत यात्रा से ठीक पहले हो रहा है. कश्मीर मसले पर दुनिया भर में मात खाने के बाद पाकिस्तान को अब चीन से ही आस है. खान राष्ट्रपति शी तथा चीन के प्रधानमंत्री ली केक्यांग के साथ अलग-अलग बैठक करेंगे और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे.
एलओसी के पास पहुंचे पाकिस्तानी, सेना मुस्तैद
पीओके में प्रतिबंधित अलगाववादी संगठन जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने रविवार को भारत को गीदड़भभकी देने के लिए एलओसी के पास मार्च निकाला. प्रदर्शनकारियों ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को खत्म करने का विरोध किया.
इन लोगों ने 20 किमी तक पैदल मार्च किया और नारेबाजी की. इन लोगों ने ख्वाब तो एलओसी पार करने के देखें थे, लेकिन भारतीय सेना के पराक्रम को याद कर इन्होंने एलओसी के नजदीक जाने का प्लान रद्द कर दिया. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की चेतावनी के बाद प्रदर्शनकारियों ने अपना प्लान बदला था. इधर, एलओसी पर पाकिस्तान के मार्च को लेकर भारतीय सेना अलर्ट है.