ढाका: भारतीय नौसेना ने चक्रवात ‘मोरा’ से बुरी तरह प्रभावित हुए बांग्लादेश में एक बड़ा अभियान चलाकर 27 लोगों को बचाया है. मोरा के कारण बांग्लादेश में बड़े स्तर पर विनाश हुआ है और लाखों लोग बेघर हुए हैं. भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डी के शर्मा ने बताया कि भारतीय नौसेना के पोत सुमित्रा ने 27 लोगों को बचाया जिन्हें बांग्लादेश के चटगांव शहर से 100 मील दूर समुद्र में बहते देखा गया. पूर्वी नौसेना कमान बांग्लादेश में अपने बचाव अभियान के तहत पी-81 विमान को तैनात कर रही है.
शर्मा ने कहा, ”बंगाल की उत्तरी खाड़ी में काम कर रहे आईएनएस सुमित्रा ने चटगांव से करीब 100 मील दूर समुद्र में बहते पाए गए 27 लोगों को बचाया. इनमें महिलाएं, बच्चे एवं बुजुर्ग शामिल हैं.’ उन्होंने कहा, ”इलाके में खराब मौसम के कारण तलाश एवं बचाव अभियान बुरी तरह प्रभावित हुआ है.’ बांग्लादेश में कल आए चक्रवात मोरा के कारण कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए. प्राधिकारी तटीय क्षेत्रों से पांच लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
चटगांव अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और कोक्स बाजार हवाईअड्डे पर आने-जाने वाली सभी उड़ानें भी रद्द कर दी गईं.
10 जिलों में रह रहे कम से कम 25 लाख लोगों पर गंभीर चक्रवाती तूफान के रास्ते में पड़ने का खतरा है.
कोक्स बाजार, चटगांव, नौखली, लक्ष्मीपुर, फेनी, चांदपुर, बारगुना, पतौखाली, भोला, बरिसाल और पीरोजपुर में ‘मोरा’ का खतरा बना हुआ है.
बांग्लादेश के मौसम विज्ञान विभाग ने कल कहा था कि चक्रवाती तूफान ‘मोरा’ उत्तरी बंगाल की खाड़ी में उत्तर की ओर बढ़ गया और कोक्स बाजार और चटगांव के मुख्य बंदरगाह के बीच स्थानीय समयानुसार सुबह छह बजे पहुंचा. आगे इसके उत्तरी दिशा में बढ़ने की संभावना है.