‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोले, ‘दिमाग से भी लाल बत्ती जानी चाहिए’

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नई दिल्ली: अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में पीएम नरेंद्न मोदी ने एक बार फिर लोगों को संबोधित किया. पीएम मोदी आज के कार्यक्रम में कई मुद्दों पर अपनी और लोगों की बात की. उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वह इस बार छुट्टियों में कुछ नया करें और समाज में अपना योगदान दें. वहीं पीएम मोदी ने गाड़ियों से लाल बत्ती हटाने के फैसले पर भी अपनी बात रखी. पीएम ने पर्यावरण को लेकर भी अपने विचार रखे और लोगों से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम करने को कहा.

पीएम मोदी की कही कुछ अहम बातें-
पीएम ने कहा, लोग फोन, रिकॉर्डेड मैसेज भेजते हैं. कई सुझाव आते हैं. अच्छा लगता है. पीएम मोदी ने कहा कि लोग इतनी समस्याएं बताते हैं जहां शायद सरकार की नजर भी नहीं जाती होगी. पीएम मोदी ने कहा कि हर बार जो भी बातें यहां आती है, उसे सरकार देखती है, एनालिसिस करती है. उन्होंने कहा कि लोग अकसर सलाह और सुझाव देते हैं. यह हमारे यह स्वभाव है.

शुरू में  ऐसा लगता था, लेकिन जब बारिकी से देखा तो पता चला कि मुझे वह लोग सलाह देते हैं जो अपने जीवन में कुछ कर रहे हैं. तब यह माना कि यह सुझाव सामान्य नहीं है. यह लोगों का अनुभव है.

पीएम ने कहा कि देश में युवा पीढ़ी लंबे अरसे से खाना बचाने के लिए काम कर रही है. बहुत अच्छा है. देश के युवा ऐसा काम कर रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि 1 मई को महाराष्ट्र और गुजरात का स्थापना दिवस है. उन्हें बधाई. पीएम ने कहा कि 2022 तक हम अपने राज्य, देश, नगर को कहां ले जाएंगे. इस बारे में सोचना चाहिए.

पीएम ने कहा कि पर्यावरण को लेकर लोग कुछ सजग हो रहे हैं. कुदरत ने भी खेल के नियम बदल दिए हैं. मार्च अप्रैल में मई की गर्मी अनुभव हो रही है. लोगों ने गर्मी को लेकर सुझाव दिए हैं.

पीएम ने कहा कि प्रशांत कुमार मिश्र, टीएस कार्तिक ने पक्षियों की चिंता की है. उन्होंने गर्मी के समय क्या करें इसका सुझाव दिया है. पीएम ने कहा, छोटे छोटे बच्चे ऐसे काम को लेकर उत्साहित रहते हैं. लोग छत पर पानी भरते हैं. बच्चों में ऐसी बातों को लेकर उत्साह देखा जाता है. पीएम ने कहा कि गुजरात में बोहरा समाज के लोगों गौरैया को बचाने के लिए काफी काम किया था.

पीएम ने नौजवानों को लेकर कहा कि कई लोग आराम की जिंदगी जीने के आदि हो जाते हैं. कंफर्ट जोन में जीना ठीक है, लेकिन मेहनत जरूरी है. अब परीक्षाएं समाप्त हो चुकी है. पीएम ने कहा कि छुट्टियों में युवाओं को कुछ करना चाहिए. तीन सुझाव हैं. नया अनुभव करें, जिसके बारे में न सुना है, न जानते हैं, नई जगहों पर जाएं. पीएम ने  कहा कि जो भी जानने की इच्छा है उसके बारे में कुछ करें.

पीएम ने कहा कि रिजर्वेशन किए बिना, टिकट लेकर यात्रा करें. 24 घंटे का सफर करें. अनुभव करें. क्या लगता है. कभी तो अनुभव करें. बिना सोए. भीड़ भाड़ का अनुभव करें. गरीब बस्ती में अपने खेल का सामान लेकर जाएं. नया अनुभव होगा. गरीब लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव आएगा. एक बार जाएंगे. बार बार जाने का मन करेगा. कई एनजीओ ऐसा काम कर रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि तकनीक दूरियां कम करने के लिए आई. लेकिन आज उल्टा हो रहा है, एक घर में लोग दूर हो रहे हैं.

स्किल बढ़ाने के लिए युवाओं को कुछ करना चाहिए. वैकेशन में कुछ नया करें. पीएम ने कहा कि जीवन में कुछ बनने का सपना अच्छी बात है, लेकिन अपने भीतर के इंसान को कुंठित न होने दें. मानवीय गुणों से दूर तो नहीं हो रहे हैं. तकनीक सीखें, संगीत सीखें, अन्य भाषाएं सीखें. भारत में तमाम विविधताएं हैं. स्वीमिंग नहीं आती तो सीखें, ड्राइंग सीखें, कुछ लाभ तो मिलेगा. नया कुछ भी करें.

नए प्रयोग युवाओं को अच्छा अनुभव देगा. कुछ खुशी मिलेगी. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगर जादू सीखने का शौक है तो ताश के पत्तों का जादू सीखिए,  अपने दोस्तों को दिखाएं. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया को देखने से जो अनुभव मिलता है वह और कहीं नहीं मिलता. जाने से पहले उसके बारे में जानें तब फायदा होगा. ज्यादा यात्रा न करें. समय दें एक स्थान पर उससे ज्यादा फायदा होगा.

युवाओं से पीएम मोदी ने कहा कि भारत सरकार ने युवाओं के लिए अच्छा प्रयास किया है. डिजिटल लेन देन को बढ़ावा दिया है. पीएम ने कहा कि भारत सरकार की युवाओं के  लिए एक कमाई की योजना भी है. आप लोगों को डिजिटल योजना से जोड़ें.

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोगों में वीआईपी कल्चर से नाराजगी है. इसका अनुभव इसे हटाने के बाद हुआ. पीएम मोदी ने कहा कि बत्ती गाड़ी पर लगती थी लेकिन मन में घुस जाती थी. दिमाग में जो बत्ती घुसी उससे निकलने में थोड़ा वक्त लगता है.

पीएम मोदी ने कहा कि लोगों ने लालबत्ती हटाने के निर्णय का स्वागत किया है. पीएम मोदी ने कहा कि मन से भी इसे हटाना है. यह भी सफाई अभियान का हिस्सा भी है. पीएम ने कहा कि न्यू इंडिया का मतलब ईपीआई है. इसका अर्थ है एवरी पर्शन इज इम्पोर्टेंट. सभी देशवासी का महत्व है. पीएम ने कहा कि यह सब हमें मिलकर करना है.

पीएम मोदी ने कहा कि इस वर्ष संत रामानुजाचार्य की 1000वीं जयंती है. हमें उस समय के समाज के बारे में सोचना चाहिए. पीएम ने कहा कि रामानुजाचार्य जी ने समाज की बुराइयों के खिलाफ लड़ाई लड़ी. उन्होंने अपने आचरण द्वारा लोगों में अपनी जगह बनाई. तब अछूत कहे जाने वालों को गले लगाया. मंदिर प्रवेश के लिए आंदोलन किए. उन्होंने कहा कि भारत सरकार उनके सम्मान में एक डाक टिकट जारी करेगी.

पीएम ने कहा कि 1 मई को श्रमिक दिवस के रूप में भी बनाया जाता है. पीएम ने कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर की याद आती है. श्रमिकों के कल्याण के लिए उनका योगदान भुलाया नहीं जा सकता है. जगत गुरु बश्वेश्वर ने भी श्रम श्रमिक पर गहन विचार रखे थे. उन्होंने कहा था कि अपने घर पर परिश्रम से भगवान प्राप्त होते हैं. उन्होंने कहा था कि श्रम ही ईश्वर है. पीएम ने दत्तोपंत ढेंगड़ी पर कहा कि उन्होंने मजदूरों को एक किया. ये दुनिया को एक करने के लिए जरूरी है. पीएम नरेंद्र मोदी ने बुद्ध पूर्णिमा का जिक्र करते हुए कहा कि बुद्ध के विचार आज भी प्रासंगिक है.

पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने सबका साथ सबका विकास की बात की है. यह विश्व पटल पर भी लागू है. हमारे पड़ोसी देश भी विकास करें. भारत जल्द एक सैटेलाइट लांच करेगा जिससे पड़ोसी देशों को भी फायदा होगा.

‘मन की बात’ आज (रविवार) सुबह 11 बजे ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन पर प्रसारित होता है. पीएम मोदी आज 31वीं बार ‘मन की बात’ के तहत देश की जनता को संबोधित किया.

गौरतलब है कि पीएम मोदी ने पिछले बार ‘मन की बात’ कार्यक्रम में न्यू इंडिया पर देश की जनता को संबोधित किया था. वह अपने इस कार्यक्रम में हर बाहर आम व्यक्ति से जुड़ी कोई महत्वपूर्ण गतिविधि को केंद्रित करते हैं और इसके लिए सभी देशवासियों से विषय और सुझाव आमंत्रित करते हैं. वह देशवासियों की टिप्पणियों को अपने इस लोकप्रिय कार्यक्रम में शामिल भी करते हैं.

बता दें, पीएम इससे पहले अर्थव्यवस्था, नशाखोरी, भ्रष्टाचार, किसानों की समस्या जैसे मुद्दों पर मन की बात कार्यक्रम का आयोजन कर चुके हैं. आकाशवाणी सभी क्षेत्रीय भाषाओं में इसका सीधा प्रसारण करता हैं.