नोएडा के मां-बेटे में हुई कोविड-19 की पुष्टि, सेक्टर-135 की सीजफायर कंपनी से है कनेक्शन

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देशभर में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों के बीच गौतमबुद्ध नगर जिले में शुक्रवार को नोएडा के सेक्टर-93 बी निवासी मां-बेटे में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। इसके साथ यहां मरीजों की संख्या बढ़कर अब 50 हो गई है। मां-बेटे के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद उनकी सोसाइटी में हड़कंप मचा हुआ है।

सेक्टर-93 बी निवासी मां और बेटे में कोरोना वायरस की पुष्टि की गई है। स्वास्थ्य विभाग ने दोनों को भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया है। दोनों ही मामलों में संक्रमण का माध्यम सेक्टर-135 स्थित सीजफायर कंपनी बनी है। अब तक आठ मरीजों का इलाज हो चुका है। सात मरीजों का जिम्स और एक का दिल्ली के अस्पताल में इलाज  हुआ है।

कोरोना संक्रमण से पीड़ित मरीज मिलने के बाद सेक्टर-93बी स्थित सोसाइटी को तीन दिनों के लिए सील कर दिया गया है। सोसाइटी को संक्रमण मुक्त करने का काम भी शुरू कर दिया गया है।

पति की रिपोर्ट आई नेगेटिव

बीमारी से पीड़ित होने वाली महिला की उम्र 55 साल और बेटे की उम्र 25 साल है। महिला के पति सेक्टर-135 स्थित अग्निशमन उपकरण बनाने वाली सीजफायर कंपनी में काम करते हैं, लेकिन उनकी जांच नेगेटिव आई है। पहले भी इस तरह का एक मामला सेक्टर-137 में आ चुका है। जिसमें बेटे मां और बहन को कोरोना का संक्रमण था, लेकिन जो युवक सीजफायर कंपनी में काम करता था, जांच में उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। नोएडा व ग्रेटर नोएडा में इस कंपनी के 34 कर्मचारी कोरेाना संक्रमण से पीड़ित हो चुके हैं। इसके अलावा फरीदाबाद, गाजियाबाद, बुलंदशहर और बरेली में भी कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी बीमारी से पीड़ित हुए हैं।

कई लोगों के सैंपल भी जांच के लिए भेजे

इन मरीजों के संपर्क में आए कई लोगों के सैंपल भी जांच के लिए भेजे गए हैं। ऐसे में इस कंपनी से जुड़ाव रखने वाले कई और लोग भी कोरोना संक्रमण से पीड़ित हो सकते हैं। शुक्रवार को दो और मरीजों मरीजों का सफल इलाज जिम्स के डॉक्टरों ने किया। अब तक यहां से सात मरीजों का इलाज हो चुका है। जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने बताया कि आज दो नए मरीज मिले हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। सैनेटाइजेशन के लिए सोसाइटी को सील कर दिया गया है।

कपड़े व अन्य सामान हो सकते हैं संक्रमण के कारण

जो व्यक्ति सेक्टर-135 स्थित कंपनी में काम करता था उसे कोरोना संक्रमण नहीं हुआ, बल्कि उसके बेटे व पत्नी इससे संक्रमित मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों के अनुसार, कई बार किसी भी व्यक्ति के कपड़े व अन्य सामान में वायरस हो सकते हैं जिससे दूसरे लोग संक्रमित हो सकते हैं। ऐसे कई मामले हो सकते हैं कि जिस व्यक्ति के कपड़े और सामान में वायरस हो वह खुद संक्रमित नहीं हुआ हो, बल्कि दूसरे इससे संक्रमित हुए हों। वर्तमान की स्थिति इसी तरह की लग रही है।